जय श्री गणेश
भगवती काली कल्याणी के रूप में सदैव से जानी जाती है
इनका वर्ण श्याम है जो स्वयं में सभी रूपों को समाये रहता है
भक्तो के विकार शून्य ह्रदय मंदिर में सहज ही प्रगट हो कर उन्हें धन्य करती है
यही माँ काली मसान में ज्ञान अग्नि रूप ले शिव सहाई होती है
और जीवात्मा के पुण्य मार्ग को प्रकाशित करती है
भगवती काली चित शक्ति में समाहित हो भक्त के कल्याण मार्ग को प्रकाशित करती है
अमृत तत्व बोधक चन्द्रमा श्री भगवती काली की सेवा में सदैव तत्पर रहता है
त्रिगुणातीत निर्विकारा दिव्य स्वरूपणी भक्त कल्याण हेतु पुनः पुनः धरा को धन्य करती है
परमात्मा सभी पर कृपा करे
कृपया धन्यवाद