Wednesday, August 5, 2020

Hare Rama

जय श्री बाबा लाल जी 
देखत हनूमान अति हरषेउ 
पुलक गात लोचन जल बरषेउ
मन महँ बहुत भाँति सुख मानी 
बोलेउ श्रवन सुधा सम बानी
जासु बिरहँ सोचहु दिन राती 
रटहु निरंतर गुन गन पाँती
रघुकुल तिलक सुजन सुखदाता 
आयउ कुसल देव मुनि त्राता
रिपु रन जीति सुजस सुर गावत 
सीता सहित अनुज प्रभु आवत
जय श्री बाबा लाल जी